प्रवाल पिष्टी (Praval Pishti) एक प्रसिद्ध आयुर्वेदिक औषधि है जो मुख्य रूप से शरीर में ठंडक लाने, हड्डियों को मज़बूती देने और पाचन को सुधारने के लिए प्रयोग की जाती है। यह दवा प्राकृतिक मूंगे से तैयार की जाती है और इसमें प्राकृतिक कैल्शियम भरपूर मात्रा में पाया जाता है। Praval Pishti benefits में एसिडिटी, अधिक बुखार, हार्मोनल असंतुलन और त्वचा रोगों में लाभ प्रमुख हैं। यह दवा शरीर की गर्मी को शांत करने और मानसिक संतुलन बनाए रखने में भी सहायक है।
History of Praval Pishti In Ayurved
प्राचीन आयुर्वेदिक ग्रंथों में प्रवाल का उपयोग हजारों वर्षों से किया जा रहा है। समुद्र से प्राप्त मूंगे को आयुर्वेद में अत्यंत उपयोगी रत्न माना गया है। पहले के वैद्य इसे बुखार, पाचन विकार और पित्त असंतुलन जैसे रोगों में उपयोग करते थे। पारंपरिक रूप से प्रवाल को शुद्ध करके गुलाब जल के साथ पिष्टी बनाई जाती थी, जिससे इसकी औषधीय क्षमता और भी बढ़ जाती है।
What it is Praval Pishti?
Praval Pishti एक हर्बो-मिनरल औषधि है, जिसे शुद्ध मूंगे को गुलाब जल या अन्य शीतल द्रव के साथ पीसकर तैयार किया जाता है। यह चूर्णनुमा होती है और स्वाद में हल्का खट्टा तथा प्रभाव में शीतल होती है। इसमें नैसर्गिक कैल्शियम की अधिक मात्रा होती है जो शरीर में ठंडक, पोषण और संतुलन प्रदान करती है। यह दवा वात-पित्त दोषों को संतुलित करने में सहायक मानी जाती है।
Benefits of Praval Pishti For You
- शरीर की अत्यधिक गर्मी को शांत करती है और पित्त दोष को संतुलित करती है।
- Praval Pishti for acidity: अम्लपित्त, सीने की जलन, खट्टी डकारें और अपच में फायदेमंद है।
- उच्च बुखार को शांत करने में मदद करती है और शरीर को शीतलता देती है।
- नैसर्गिक कैल्शियम का अच्छा स्रोत है, जिससे हड्डियाँ और दाँत मजबूत होते हैं।
- मासिक धर्म की अनियमितता और अत्यधिक रक्तस्राव में लाभकारी है।
- त्वचा रोगों जैसे जलन, एलर्जी और खुजली में राहत देती है।
- हृदय की धड़कन की अनियमितता, घबराहट और बेचैनी को दूर करती है।
- मानसिक तनाव और नींद की कमी में शांति और संतुलन लाती है।
Praval Pishti के फायदे (Benefits of Praval Pishti)
- बुखार और ज्वर में उपयोगी : – तेज बुखार, वायरल फीवर या शरीर में जलन के लक्षणों को कम करने में Praval Pishti प्रभावी होती है।
- हड्डियों की मजबूती : – Praval Pishti कैल्शियम का प्राकृतिक स्रोत है। यह हड्डियों को मजबूत करता है और ऑस्टियोपोरोसिस जैसी हड्डी कमजोर करने वाली बीमारियों से बचाव करता है।
- अम्लपित्त और गैस में राहत : – यह औषधि पेट की गर्मी, सीने की जलन और गैस जैसी समस्याओं में राहत देती है। इसके शीतल गुण अम्लपित्त को शांत करते हैं।
- तनाव और थकान में उपयोगी : – Praval Pishti मानसिक तनाव, चिड़चिड़ापन और थकान में राहत देती है। यह मस्तिष्क को ठंडक और आराम पहुंचाती है।
- ब्लीडिंग डिसऑर्डर में फायदेमंद : – नकसीर, अत्यधिक मासिक स्राव, मसूड़ों से खून आना जैसी रक्तस्राव की समस्याओं में यह असरदार है।
- त्वचा रोगों से राहत : – यह रक्त को शुद्ध करता है जिससे मुंहासे, चकत्ते, फोड़े-फुंसी और त्वचा की जलन जैसी समस्याओं में आराम मिलता है।
- शारीरिक गर्मी को कम करता है : – शरीर में बढ़ी हुई गर्मी, जलन या बुखार के समय यह दवा शीतल प्रभाव डालती है और ठंडक देती है।
- दिल की सेहत के लिए अच्छा : – यह हृदय को पोषण देता है और अनियमित धड़कनों जैसी समस्याओं में फायदेमंद होता है।
- मासिक धर्म की अनियमितता में लाभकारी : – महिलाओं में अत्यधिक या अनियमित मासिक धर्म में यह औषधि संतुलन लाने में मदद करती है।
Praval Pishti किन रोगों में लाभकारी है?
Praval Pishti एक बहुमूल्य आयुर्वेदिक शीतल औषधि है, जो शरीर की गर्मी को शांत करती है और पित्त दोष से संबंधित अनेक रोगों में लाभ पहुंचाती है। यह निम्नलिखित बीमारियों में अत्यधिक उपयोगी मानी जाती है:
1. एसिडिटी: – खट्टी डकार, सीने में जलन, पेट में तेज जलन और गैस की समस्या में यह औषधि पेट की गर्मी को शांत करके राहत देती है।
2. रक्तस्राव विकार: – नाक से खून आना (नकसीर), पेशाब या मल में खून आना, मसूड़ों से खून आना, महिलाओं में अधिक मासिक रक्तस्राव जैसी समस्याओं में Praval Pishti बहुत असरदार है।
3. कैल्शियम की कमी: – हड्डियों की कमजोरी, बार-बार फ्रैक्चर होना, दांतों का कमजोर होना आदि में यह एक प्राकृतिक Calcium Supplement के रूप में कार्य करता है।
4. बुखार: – बुखार के कारण शरीर में उत्पन्न गर्मी, जलन, कमजोरी और थकान को यह कम करता है।
5. पित्तजन्य रोग: – अतिपित्त, उल्टी में जलन, शरीर में गर्मी, त्वचा पर चकत्ते और लू लगना जैसी पित्त दोष की स्थितियों में यह शीतल प्रभाव देता है।
6. लू लगना: – गर्मी के मौसम में लू लगने पर शरीर का तापमान कम करने और थकावट मिटाने के लिए इसका उपयोग होता है।
7. पेशाब में जलन: – गर्मी की वजह से पेशाब में जलन, बार-बार पेशाब आना और यूरिनरी इंफेक्शन की स्थिति में यह लाभदायक है।
8. त्वचा एलर्जी: – गर्मी के कारण फोड़े-फुंसी, लाल चकत्ते या त्वचा पर खुजली होने पर यह शरीर को भीतर से ठंडक देता है और त्वचा विकारों में राहत देता है।
Key Ingredients of Praval Pishti
- प्रवाल (Coral Calcium) – यह समुद्र से प्राप्त मूंगा है, जो शुद्ध और नैसर्गिक कैल्शियम का उत्कृष्ट स्रोत है। यह हड्डियों की मजबूती, दाँतों के स्वास्थ्य, पाचन सुधार और त्वचा रोगों में अत्यंत लाभकारी होता है।
- गुलाब जल (Rose Water) – प्रवाल को पिष्टी बनाने के लिए गुलाब जल में घिसा जाता है। यह औषधि में शीतलता, मानसिक शांति और त्वचा शुद्धि के गुण जोड़ता है।
- **घृतकुमारी रस (Aloe Vera Juice) – कुछ शास्त्रीय ग्रंथों में प्रवाल को घृतकुमारी के रस के साथ पीसने का भी उल्लेख है। यह पाचन, त्वचा रोग, और शरीर की जलन को शांत करने में मदद करता है।
- गोदुग्ध (Cow’s Milk) – कुछ वैद्य इसे दूध के साथ भी घिसते हैं जिससे यह और अधिक पोषक, वात-पित्त शामक और शीतल प्रभाव वाली बनती है।
Praval Pishti का उपयोग कैसे करें?
Praval Pishti एक शक्तिशाली और ठंडी प्रकृति की आयुर्वेदिक दवा है जिसे सावधानीपूर्वक और सही मात्रा में सेवन करना चाहिए। इसका उपयोग आमतौर पर शरीर की गर्मी कम करने, एसिडिटी को शांत करने, हड्डियों को मज़बूती देने और महिलाओं के मासिक विकारों में किया जाता है।
सामान्य खुराक (Dosage):
- बड़ों के लिए:
125 mg से 250 mg तक (1/4 से 1/2 ग्राम) दिन में 1 से 2 बार।
डॉक्टर की सलाह के अनुसार दूध, घी, शहद या नारियल पानी के साथ लिया जा सकता है। - बच्चों के लिए:
कम मात्रा में (लगभग 50 mg से 125 mg)
केवल वैद्य या चिकित्सक की देखरेख में दें।
कब और कैसे लें?
- भोजन के बाद इसका सेवन करना सबसे उपयुक्त होता है।
- इसे शहद, घी, मिश्री के पानी या दूध के साथ मिलाकर लिया जा सकता है।
- गर्मी और पित्त के रोगों में इसे गुलकंद या अमृतारिष्ट के साथ देना लाभकारी होता है।
उपयोग की अवधि
- रोग की स्थिति पर निर्भर करता है।
- सामान्यतः 2 से 4 सप्ताह तक उपयोग किया जा सकता है या जब तक लक्षणों में सुधार हो।
- लंबी अवधि तक उपयोग से पहले विशेषज्ञ से सलाह अवश्य लें।
महत्वपूर्ण सुझाव
- स्वयं दवा न लें, हमेशा किसी आयुर्वेदिक चिकित्सक या वैद्य की सलाह पर ही इसका उपयोग करें।
- अधिक मात्रा या अनियंत्रित सेवन शरीर में कैल्शियम असंतुलन या अन्य दुष्प्रभाव पैदा कर सकता है।
- यदि आप गर्भवती हैं, दवाएं ले रहे हैं, या किसी गंभीर बीमारी से ग्रसित हैं, तो उपयोग से पहले डॉक्टर से परामर्श लें।
प्रवाल पिष्टी कहां से खरीदें और कैसे स्टोर करें?
प्रवाल पिष्टी एक प्रसिद्ध और प्रभावशाली आयुर्वेदिक औषधि है, जिसका उपयोग हड्डियों की कमजोरी, एसिडिटी, उच्च पित्त, दिल की जलन, मासिक धर्म की गड़बड़ी, और मानसिक तनाव जैसी समस्याओं के लिए किया जाता है। लेकिन इसके असरदार और सुरक्षित उपयोग के लिए यह आवश्यक है कि आप इसे केवल किसी विश्वसनीय और प्रमाणित स्रोत से ही खरीदें।
भारत की विश्वसनीय आयुर्वेदिक दवा निर्माता कंपनियों में से एक है Gadwal Pharmacy, जहाँ पर प्रवाल पिष्टी को शुद्ध प्रवाल (कोरल) से पारंपरिक शास्त्रीय विधि द्वारा तैयार किया जाता है। Gadwal Pharmacy की दवाएं गुणवत्ता की दृष्टि से प्रामाणिक होती हैं और हर बैच का निर्माण अनुभवी वैद्याचार्यों की देखरेख में किया जाता है। यदि आप शुद्ध और असरदार प्रवाल पिष्टी खरीदना चाहते हैं, तो GadwalPharmacy.co से ऑर्डर करना सबसे अच्छा विकल्प है।
Common Asked Questions For Praval Pishti By Peoples
Q1. Praval Pishti किस रोग में सबसे अधिक उपयोगी है?
यह अम्लपित्त, उच्च बुखार और कैल्शियम की कमी में अत्यधिक उपयोगी मानी जाती है।
Q2. क्या इसे गर्मियों में लिया जा सकता है?
हाँ, गर्मियों में इसका सेवन शरीर को ठंडक प्रदान करता है।
Q3. क्या प्रवाल पिष्टी बच्चों को दी जा सकती है?
हाँ, लेकिन केवल आयुर्वेदाचार्य की सलाह से और उचित मात्रा में।
Q4. Praval Pishti को कब लेना चाहिए – खाने से पहले या बाद में?
आमतौर पर इसे भोजन के बाद ही लिया जाता है।
Q5. क्या यह दवा एलर्जी में लाभ देती है?
जी हाँ, त्वचा संबंधी एलर्जी में यह राहत देती है।
Conclusion
Praval Pishti एक शक्तिशाली आयुर्वेदिक औषधि है जो प्राकृतिक शीतलता, कैल्शियम की पूर्ति और शरीर के संतुलन के लिए प्रसिद्ध है। इसके उपयोग से शरीर की गर्मी शांत होती है, हड्डियाँ मज़बूत होती हैं और पाचन क्रिया सुधरती है। यदि आप “Praval Pishti for acidity”, “Praval Pishti benefits” या “how to use Praval Pishti” जैसी जानकारी खोज रहे हैं, तो यह औषधि आपके लिए एक भरोसेमंद विकल्प है। हमेशा योग्य आयुर्वेदाचार्य से परामर्श लेकर ही इसका सेवन करें।